अंकित कुमार। जोगिंदर नगर में सैर का पर्व इस बार भी पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। जोगिंदर नगर व आसपास के गांवों में सैर पर्व की रौनक देखने को मिली। गांव-गांव में बच्चे जहां अखरोट से निशाना लगाने का खेल खेलते नजर आए। वहीं, जोगिंदर नगर बाजार में स्थानीय व्यापारियों ने भी यह खेल खेला।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष भास्कर गुप्ता ने बताया कि पहले अखरोट का खेल सैर का मुख्य आकर्षण हुआ करता था, मगर अब यह परंपरा धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी इस खेल से अनजान है और इसका कारण मोबाइल फोन की बढ़ती लत है।
सैर का यह पर्व बारिश के आखिरी दौर में मनाया जाता है। पहले लोग बरसात समाप्त होने पर ईश्वर का धन्यवाद करते थे कि कोई अनहोनी न हुई। इस अवसर पर देवताओं को नई फसल जैसे धान की बाली, भुट्टा, खट्टा, ककड़ी और अखरोट का भोग लगाया जाता था। परंपरा के अनुसार, इसी दिन राखी भी उतारी जाती है।